1. आयत का अरबी पाठ (Arabic Text)
وَلِلَّهِ مُلْكُ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ ۗ وَاللَّهُ عَلَىٰ كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ
2. आयत का शाब्दिक अर्थ (Word-to-Word Meaning)
وَلِلَّهِ : और अल्लाह का है
مُلْكُ السَّمَاوَاتِ : आसमानों की बादशाहत
وَالْأَرْضِ : और जमीन की
ۗ وَاللَّهُ : और अल्लाह
عَلَىٰ كُلِّ شَيْءٍ : हर चीज पर
قَدِيرٌ : पूरी ताकत रखने वाला है
3. सरल अर्थ (Simple Meaning in Hindi)
"और आसमानों और जमीन की बादशाहत अल्लाह ही की है। और अल्लाह हर चीज़ पर पूरी ताकत रखने वाला है।"
4. आयत की पृष्ठभूमि और सन्दर्भ (Context)
यह आयत पिछली आयतों के बाद आती है जहाँ अल्लाह ने लोगों के गलत व्यवहार और उनकी सजाओं का वर्णन किया था। अब अल्लाह अपनी शक्ति और राज्य का वर्णन करते हुए बताता है कि पूरी सृष्टि पर उसी का शासन है और वह हर चीज़ पर पूर्ण रूप से सक्षम है।
5. आयत से सीख (Lesson from the Verse)
यह आयत कई महत्वपूर्ण शिक्षाएं देती है:
एकेश्वरवाद का सिद्धांत: पूरे ब्रह्मांड पर अल्लाह ही का शासन है।
अल्लाह की शक्ति: अल्लाह हर चीज़ पर पूरी तरह से सक्षम है।
विश्वास और भरोसा: हमें हर मामले में अल्लाह पर भरोसा रखना चाहिए।
विनम्रता: इंसान को अपनी सीमित शक्ति का एहसास होना चाहिए।
6. प्रासंगिकता: अतीत, वर्तमान और भविष्य (Relevance: Past, Present & Future)
वर्तमान में प्रासंगिकता :
आज के संदर्भ में यह आयत बेहद प्रासंगिक है:
वैज्ञानिक युग में ईमान: आज का इंसान विज्ञान और तकनीक के बल पर खुद को शक्तिशाली समझने लगा है। यह आयत याद दिलाती है कि असली शक्ति तो अल्लाह के पास है।
राजनीतिक और आर्थिक शक्ति: दुनिया के शक्तिशाली देश और नेता अपनी ताकत के घमंड में रहते हैं। यह आयत समझाती है कि असली बादशाह तो अल्लाह है।
मानसिक शांति: जब इंसान जानता है कि पूरी दुनिया का मालिक और शासक अल्लाह है और वह हर चीज़ पर सक्षम है, तो उसे हर मुसीबत में सब्र और शांति मिलती है।
पर्यावरण संरक्षण: चूंकि पूरी सृष्टि अल्लाह की है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे नुकसान न पहुँचाएं।
भविष्य के लिए संदेश:
यह आयत भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्थाई मार्गदर्शक है कि "पूरे ब्रह्मांड का मालिक और शासक अल्लाह ही है और वह हर चीज़ पर पूरी तरह से सक्षम है।" भविष्य में चाहे विज्ञान कितनी भी तरक्की क्यों न कर ले, यह सत्य सदैव कायम रहेगा।
निष्कर्ष (Conclusion)
कुरआन की आयत 3:189 अल्लाह की सर्वोच्च सत्ता और शक्ति का वर्णन करती है। यह न केवल एक ऐतिहासिक घटना का विवरण है, बल्कि हर युग के इंसान के लिए एक व्यावहारिक जीवन-शिक्षा है। यह हमें सिखाती है कि पूरे आसमानों और जमीन की बादशाहत अल्लाह ही की है और वह हर चीज़ पर पूरी ताकत रखने वाला है। इस आयत में मोमिनीन के लिए दिलासा है कि उनका रब सब कुछ संभालने वाला है, और काफिरों के लिए चेतावनी है कि वे अल्लाह की शक्ति को नकार नहीं सकते। यह आयत आज के भौतिकवादी और अहंकारी युग में हमारे लिए विनम्रता और अल्लाह पर भरोसे का पाठ पढ़ाती है।