Read Quran translation in Hindi with verse-by-verse meaning and time-relevant explanations for deeper understanding.

कुरआन की आयत 3:190 की पूरी व्याख्या

 

1. आयत का अरबी पाठ (Arabic Text)

إِنَّ فِي خَلْقِ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ وَاخْتِلَافِ اللَّيْلِ وَالنَّهَارِ لَآيَاتٍ لِّأُولِي الْأَلْبَابِ

2. आयत का शाब्दिक अर्थ (Word-to-Word Meaning)

  • إِنَّ : निश्चय ही

  • فِي خَلْقِ : बनाने में

  • السَّمَاوَاتِ : आसमानों के

  • وَالْأَرْضِ : और जमीन के

  • وَاخْتِلَافِ : और बदलने में

  • اللَّيْلِ وَالنَّهَارِ : रात और दिन के

  • لَآيَاتٍ : निशानियाँ हैं

  • لِّأُولِي : उनके लिए

  • الْأَلْبَabِ : समझदार लोगों के

3. सरल अर्थ (Simple Meaning in Hindi)

"निश्चय ही आसमानों और जमीन के बनाने में और रात-दिन के बदलने में समझदार लोगों के लिए निशानियाँ हैं।"


4. आयत की पृष्ठ्भूमि और सन्दर्भ (Context)

यह आयत मानव बुद्धि को ब्रह्मांड के अध्ययन के लिए आमंत्रित करती है। यह उन लोगों के लिए एक चुनौती है जो अल्लाह के अस्तित्व और उसकी शक्ति में संदेह करते हैं। आयत बताती है कि पूरा ब्रह्मांड अल्लाह की मौजूदगी और उसकी महानता का प्रमाण है।


5. आयत से सीख (Lesson from the Verse)

यह आयत कई महत्वपूर्ण शिक्षाएं देती है:

  1. ब्रह्मांड का अध्ययन: पूरी सृष्टि अल्लाह की निशानियों से भरी हुई है।

  2. बुद्धि का सही उपयोग: समझदार लोग ही इन निशानियों को पहचान सकते हैं।

  3. वैज्ञानिक सोच: इस्लाम विज्ञान और शोध को प्रोत्साहित करता है।

  4. प्रकृति के नियम: रात-दिन का बदलना अल्लाह की व्यवस्था का हिस्सा है।


6. प्रासंगिकता: अतीत, वर्तमान और भविष्य (Relevance: Past, Present & Future)

वर्तमान में प्रासंगिकता :

आज के संदर्भ में यह आयत बेहद प्रासंगिक है:

  • वैज्ञानिक शोध: आधुनिक विज्ञान ने ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर किया है - बिग बैंग सिद्धांत, ग्रहों की चाल, जीवन का उद्भव - ये सभी अल्लाह की निशानियाँ हैं।

  • पर्यावरण जागरूकता: पृथ्वी और प्रकृति का संतुलन अल्लाह की देन है, इसलिए हमें पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए।

  • तकनीकी विकास: दिन-रात के बदलाव के पीछे के वैज्ञानिक सिद्धांत भी अल्लाह की ही निशानियाँ हैं।

  • युवाओं के लिए प्रेरणा: आज के युवा वैज्ञानिक बनकर प्रकृति के रहस्यों को समझ सकते हैं और अल्लाह की महानता का एहसास कर सकते हैं।

भविष्य के लिए संदेश:

  • यह आयत भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्थाई मार्गदर्शक है कि "पूरा ब्रह्मांड अल्लाह की निशानियों से भरा हुआ है और समझदार लोग ही इन्हें पहचान सकते हैं।" भविष्य में चाहे विज्ञान कितनी भी तरक्की कर ले, यह सत्य सदैव प्रासंगिक रहेगा।


निष्कर्ष (Conclusion)

कुरआन की आयत 3:190 मानव बुद्धि को प्रकृति और ब्रह्मांड के अध्ययन के लिए आमंत्रित करती है। यह न केवल एक धार्मिक संदेश है, बल्कि वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने वाला एक महत्वपूर्ण बयान है। यह हमें सिखाती है कि आसमानों और जमीन का निर्माण और रात-दिन का बदलाव समझदार लोगों के लिए अल्लाह की निशानियाँ हैं। यह आयत आज के वैज्ञानिक युग में हमारे लिए एक मार्गदर्शक का काम करती है और दिखाती है कि इस्लाम और विज्ञान में कोई विरोधाभास नहीं है। बल्कि, कुरआन तो वैज्ञानिक शोध को प्रोत्साहित करता है ताकि इंसान अल्लाह की बनाई हुई इस महान सृष्टि के रहस्यों को समझ सके।