आयत का अरबी पाठ:
وَلِلَّهِ مَا فِي السَّمَاوَاتِ وَمَا فِي الْأَرْضِ ۚ وَكَانَ اللَّهُ بِكُلِّ شَيْءٍ مُّحِيطًا
हिंदी अनुवाद:
"और आकाशों और धरती में जो कुछ है, सब अल्लाह ही का है। और अल्लाह हर चीज़ को घेरे हुए है।"
📖 आयत का सार और सीख:
इस आयत का मुख्य संदेश अल्लाह की संपूर्ण संप्रभुता और सर्वव्यापकता के बारे में है। यह हमें सिखाती है:
पूर्ण स्वामित्व: आकाशों और धरती की हर चीज़ पर अल्लाह का अधिकार
सर्वव्यापकता: अल्लाह का हर चीज़ को ज्ञान और शक्ति से घेरना
विश्वास और भरोसा: अल्लाह की संपूर्ण क्षमता पर पूरा भरोसा
🕰️ ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य (Past Relevance):
मक्का के मूर्तिपूजकों के लिए संदेश: जो लोग मूर्तियों को कुछ शक्ति मानते थे, उन्हें अल्लाह की संपूर्ण सत्ता का एहसास कराना।
मोमिनीन के लिए आश्वासन: मुसलमानों को यह विश्वास दिलाना कि सब कुछ अल्लाह के नियंत्रण में है।
इब्राहीमी परंपरा का विस्तार: पिछली आयत में इब्राहीम के मार्ग का उल्लेख करने के बाद, अल्लाह की महानता का वर्णन।
💡 वर्तमान और भविष्य के लिए प्रासंगिकता (Contemporary & Future Relevance):
1. आध्यात्मिक जीवन:
तौहीद की समझ: अल्लाह के एकत्व और संपूर्ण स्वामित्व का बोध
तवक्कुल: अल्लाह पर पूर्ण भरोसा और निर्भरता
ईमान की मजबूती: अल्लाह की शक्ति पर दृढ़ विश्वास
2. मानसिक स्वास्थ्य:
चिंता मुक्ति: हर चीज़ अल्लाह के नियंत्रण में है का एहसास
आंतरिक शांति: अल्लाह की सर्वव्यापकता से मन की शांति
धैर्य और संतोष: मुश्किलों में अल्लाह के भरोसे धैर्य
3. वैज्ञानिक दृष्टिकोण:
ब्रह्मांड का स्वामी: विज्ञान द्वारा खोजे गए ब्रह्मांड का मालिक अल्लाह
प्रकृति का संतुलन: प्रकृति के नियमों का संचालक अल्लाह
जीवन का उद्देश्य: संपूर्ण सृष्टि में अल्लाह की योजना
4. सामाजिक जीवन:
समानता का आधार: सभी इंसान अल्लाह की संपत्ति
जिम्मेदारी का एहसास: अल्लाह के सामने जवाबदेही
नैतिक आधार: हर कर्म अल्लाह की नजर में
5. आधुनिक चुनौतियाँ:
भौतिकवाद के बीच: संपत्ति का असली मालिक कौन?
शक्ति का अहंकार: सत्ता और शक्ति का वास्तविक स्रोत
तकनीकी नियंत्रण: टेक्नोलॉजी पर अल्लाह की सम्पूर्ण जानकारी
6. भविष्य के लिए मार्गदर्शन:
AI और नैतिकता: कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर अल्लाह का नियंत्रण
अंतरिक्ष अन्वेषण: ब्रह्मांड के हर कोने में अल्लाह की मौजूदगी
पर्यावरण संरक्षण: प्रकृति के संरक्षण की जिम्मेदारी
निष्कर्ष:
कुरआन की यह आयत अल्लाह की संपूर्ण संप्रभुता और सर्वव्यापकता का स्पष्ट चित्रण करती है। यह सिखाती है कि आकाशों और धरती की हर चीज़ अल्लाह की संपत्ति है और वह हर चीज़ को अपने ज्ञान और शक्ति से घेरे हुए है। आधुनिक युग में जहाँ लोग शक्ति, धन और प्रभुत्व के लिए संघर्ष करते हैं, यह आयत हमें वास्तविकता का एहसास कराती है कि असली मालिक और नियंत्रक केवल अल्लाह है। यह जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शन और आश्वासन का स्रोत है।
वालहमदु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन
(और सारी प्रशंसा अल्लाह के लिए है, जो सारे जहानों का पालनहार है)